दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भाजपा नेता मनोहर धाकड़ का अश्लील वीडियो वायरल करने के मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए चार टोल कर्मचारियों पर आईटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। सभी आरोपी 13 मई की रात ड्यूटी पर थे और एक्सप्रेसवे के हाई-सिक्योरिटी कंट्रोल रूम से वीडियो लीक करने के आरोप में पहले ही कंपनी द्वारा बर्खास्त किए जा चुके हैं।
पुलिस ने जिन कर्मचारियों पर केस दर्ज किया है, उनके नाम हैं – अजय मीणा (27), कमलेश मेघवाल (32), रोहित नागर (27) और बन्ने सिंह चौहान (32)। ये सभी एमकेआई कंपनी के कर्मचारी थे, जिसे NHAI ने कंट्रोल रूम ऑपरेशन का ठेका दिया था।
ब्लैकमेलिंग कर वसूले थे ₹25 हजार
जांच में सामने आया है कि वायरल वीडियो को न फैलाने के बदले इन कर्मचारियों ने मनोहर धाकड़ से ₹25,000 की राशि वसूली थी। इसमें ₹20,000 नकद और ₹5,000 यूपीआई के माध्यम से भेजे गए थे। यह रकम सीधे आरोपी बन्ने सिंह चौहान के खाते में ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने सभी पर IPC की धारा 309, 294 और IT एक्ट की धारा 67 के तहत केस दर्ज किया है और उनकी तलाश जारी है।
धाकड़ के वकील ने वीडियो में छेड़छाड़ का लगाया आरोप
भाजपा नेता मनोहर धाकड़ के वकील संजय कुमार सोनी ने बयान में कहा है कि वायरल वीडियो में एडिटिंग की गई है और यह संभव है कि इसे AI या अन्य तकनीकी साधनों से छेड़ा गया हो। उन्होंने मांग की है कि वीडियो का फोरेंसिक परीक्षण कर उसकी प्रामाणिकता जांची जाए।
धाकड़ पर भी हो चुकी है कार्रवाई, महिला अभी फरार
इस पूरे प्रकरण में मनोहर धाकड़ पर पहले ही भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जेल भेजा गया था, हालांकि उन्हें अगले ही दिन जमानत मिल गई थी। वहीं, वीडियो में दिख रही महिला अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।