3 मई 2025 को मंदसौर के पीजी कॉलेज ग्राउंड में एक भव्य कृषक उत्सव और एग्री-हॉर्टी मेला आयोजित होगा। कलेक्टर अदिति गर्ग ने सुशासन भवन में एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित कर तैयारियों की बारीकी से समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के शीर्ष निवेशकों के साथ एक विशेष संवाद सत्र में शामिल होंगे, जो क्षेत्र के विकास को नई दिशा देगा।
मेले की विशेषताएं
इस अनोखे मेले में 8 विभागों द्वारा 80 आकर्षक राज्य-स्तरीय स्टॉल सजाए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
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कृषि अभियांत्रिकी
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कृषि विभाग
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उद्यानिकी विभाग
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एमपी एग्रो
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एमएसएमई
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मत्स्य पालन
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पशुपालन
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नवकरणीय ऊर्जा
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राजस्व विभाग (विशेष स्टॉल)
किसानों के लिए अनूठी पहल
कलेक्टर अदिति गर्ग के अनुसार, मेले में किसानों को निम्नलिखित अभिनव जानकारी और तकनीकों से रूबरू कराया जाएगा:
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कृषि यंत्र, ड्रोन और आधुनिक उपकरणों की कार्यप्रणाली और उपयोग।
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नई प्रजातियों के बीज, उर्वरक और कीटनाशक की विशेषताएं।
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बैंकिंग सेवाएं और फसल बीमा के लिए विशेष मार्गदर्शन।
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सूक्ष्म सिंचाई, संरक्षित खेती और वर्मी बेड की तकनीकी जानकारी।
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शेडनेट हाउस, मल्चिंग और पॉली हाउस की नवाचारपूर्ण तकनीक।
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खाद्य प्रसंस्करण और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की रणनीति।
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मत्स्य पालन में रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर, केज कल्चर और बायोफ्लॉक की क्रांतिकारी विधियां।
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पशुपालन में चलित पशु चिकित्सा इकाई, आदर्श गौशाला और एंब्रियो ट्रांसफर तकनीक।
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सांची मिल्क पार्लर में दूध की गुणवत्ता जांच की प्रक्रिया।
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एग्री फोटोवोल्टाइक और एग्री स्टेक की सौर ऊर्जा समाधान।