अक्षय तृतीया पर शहर में सामूहिक विवाहों की धूम, वैदिक विधि से बंधे कई जोड़े

Desk News
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वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर बुधवार को अक्षय तृतीया का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। इस बार रोहिणी नक्षत्र, शोभन योग और सर्वार्थसिद्धि योग की विशेष युति के चलते दिन को अत्यंत शुभ माना गया। इसी पावन अवसर पर शहर में विभिन्न समाजों द्वारा सामूहिक विवाह समारोहों का आयोजन किया गया।

राजपूत समाज का भव्य आयोजन
हाथी खाना स्थित राजपूत धर्मशाला में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में छह जोड़े विवाह बंधन में बंधे। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे बैंड-बाजे और ढोल की थाप के साथ दूल्हों के चल समारोह से हुई। विवाह स्थल पर दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। एक बग्गी में लड्डू गोपाल की मूर्ति और तुलसी का पौधा भी सजाया गया, जिस पर समाज के लोग सवार हुए। इस अवसर पर समाज के गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। साथ ही तुलसी विवाह का भी आयोजन किया गया।

वैष्णव बैरागी समाज का आयोजन
अमृत सागर तालाब के पास स्थित हनुमान बाग में वैष्णव बैरागी समाज द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें रतलाम सहित आसपास के जिलों से आए 18 जोड़े विवाह सूत्र में बंधे। विवाह संस्कार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूर्ण विधि-विधान से संपन्न कराए गए।

इस प्रकार अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर शहर में अनेक परिवारों ने सामाजिक समरसता और एकता का परिचय देते हुए सामूहिक विवाहों को सफल बनाया।

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