नीमच। उज्जैन जोन के पुलिस महानिरीक्षक उमेश जोगा मंगलवार को नीमच पहुँचे, जहाँ उन्होंने जिले के थाना प्रभारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मासिक समीक्षा बैठक की। इस बैठक में एसपी अंकित जायसवाल समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में अफीम की खेती से जुड़े अपराधों और एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों पर विशेष चर्चा की गई। आईजी ने स्पष्ट किया कि नीमच, मंदसौर और रतलाम जिलों में अफीम की खेती अधिक होने से इन क्षेत्रों में संबंधित अपराधों की संख्या भी अधिक है। ऐसे में इन मामलों में सख्त और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है।
आईजी ने आगामी 12 से 26 जून तक चलने वाले विशेष अभियान में सभी थानों को सक्रिय भागीदारी के निर्देश दिए हैं। यह अभियान भोपाल मुख्यालय के मार्गदर्शन में चलाया जाएगा और इसमें विशेष रूप से जमीनी विवादों के समाधान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में राजस्व विभाग का भी सहयोग लिया जाएगा ताकि स्थायी समाधान सुनिश्चित हो सके।
बैठक में पिछले पाँच महीनों के अपराध आँकड़ों की तुलना पिछले दो वर्षों के आँकड़ों से की गई। इस विश्लेषण के आधार पर आईजी ने सुधार की दिशा में आवश्यक निर्देश दिए।
एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए आईजी उमेश जोगा ने बताया कि प्रदेश स्तर पर किए गए एक गुप्त सर्वे में नीमच पुलिस जिला कार्यप्रणाली के आधार पर पहले स्थान पर रहा है। उन्होंने जिले की पुलिस टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि यह अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा है।
आईजी ने कानून व्यवस्था को लेकर संतोष जताया और कहा कि थाने में आने वाले हर पीड़ित की शिकायत का त्वरित समाधान प्राथमिकता होनी चाहिए। सभी पुलिस अधिकारियों को ‘देशभक्ति और जनसेवा’ के मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए कार्य करने की आवश्यकता है।