मंदसौर। शिवना नदी किनारे स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री पशुपतिनाथ मंदिर में बुधवार को श्रावण मास की चतुर्दशी और आगामी स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में विशेष धार्मिक आयोजन हुआ। इस अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ का पारंपरिक दूर्वा अभिषेक कर श्रृंगार किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया।
इस विशेष पूजन का आयोजन ज्योतिष एवं कर्मकांड परिषद द्वारा किया गया। आयोजन में देश की सुख-शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए सामूहिक प्रार्थना की गई। कार्यक्रम की एक खास बात यह रही कि एनसीसी कैडेट्स ने बाबा पशुपतिनाथ को सैन्य शैली में सलामी अर्पित की।
1985 से चल रही परंपरा
परिषद प्रमुख पंडित उमेश जोशी ने बताया कि दूर्वा अभिषेक की यह विशेष परंपरा वर्ष 1985 से लगातार निभाई जा रही है। उन्होंने कहा, “इस आयोजन में कोई मुख्य अतिथि नहीं होता, क्योंकि इसका उद्देश्य केवल परमात्मा और देश को सर्वोपरि रखना है।”
मुख्य पुजारी का ऐतिहासिक संदर्भ
मंदिर के मुख्य पुजारी कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि भारत को स्वतंत्रता भी श्रावण मास की चतुर्दशी के दिन ही मिली थी। इसी कारण इस दिन दूर्वा अभिषेक का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि इस दौरान देश, सैनिकों और भगवान के भक्तों के सम्मान व सुरक्षा की कामना के साथ पूजा-अर्चना की जाती है।