मंदसौर। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मल्हारगढ़ स्थित 132 केवी सबस्टेशन से अज्ञात चोरों ने शनिवार को चालू यार्ड से अत्यंत संवेदनशील आइसोलेटर ब्लेड चोरी कर लिए। यह उपकरण 132,000 वोल्ट की लाइन में उपयोग होता है, जो घरेलू विद्युत वोल्टेज से लगभग 600 गुना अधिक होता है। इस हाई वोल्टेज क्षेत्र में घुसकर चोरी करना जान जोखिम में डालने जैसा दुस्साहस है।
बिजली संकट की आशंका
कार्यपालन अभियंता दिनेश शर्मा ने बताया कि चोरी हुआ उपकरण सामान्य नहीं है। यह विशेष तकनीकी डिजाइन का हिस्सा है, जिसे कंपनियां केवल मांग पर बनाती हैं। स्टॉक में उपलब्ध न होने से इसकी आपूर्ति में तीन माह तक लग सकते हैं। इस दौरान आकस्मिक स्थिति में सिंदपन रेलवे ट्रैक्शन तथा मंदसौर-नीमच क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा सकेगी।
इन क्षेत्रों में असर संभव
आइसोलेटर ब्लेड की चोरी से तहसील मल्हारगढ़ सहित कई गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। प्रभावित क्षेत्रों में पहेड़ा, बुढा, अरनिया, पिपलिया मंडी, पिपलिया विशनियां, खेर खेड़ा, आंकली, कनघट्टी, चंदू, बरखेड़ा, नारायणगढ़, जीरन, बोरखेड़ी और कचनार शामिल हैं।
यह घटना न केवल हजारों उपभोक्ताओं के लिए बिजली संकट का कारण बन सकती है, बल्कि ट्रांसमिशन कंपनी के लिए भी तत्काल समाधान की बड़ी चुनौती बन गई है।