नीमच। बीते दिनों नीमच ज़िले की सबसे बडी गौशाला जीरन की महावीर गौशाला को लेकर जमकर बवाल मचा। जिसमें भाजपा और कांग्रेस नेता तरूण बाहेती समर्थकों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई थी। सड़क से लेकर सोशल मिडिया पर भी क्रिया – प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो गया था। यह विवाद उस वक्त साईलेंट मोड पर चला गया। जब प्रशासनिक जांच में सारे आरोप – प्रत्यारोप झूठे और बेबुनियाद पाए गए।
यह विवाद उस समय उफान पर आ गया जब भाजपा मण्डल अध्यक्ष मदन गुर्जर 29 जुलाई को गुर्जर समाज के लोगों के साथ गौरक्षक के रूप में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर के नाम प्रतिनिधी को ज्ञापन सौंपते हुए मिडिया के समक्ष गौशाला में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए गायों के भूखे मरने की बात कहीं। इसके साथ ही भाजपा नेता मदन गुर्जर ने अपनी पीड़ा भी बताई और कहा कि तरूण बाहेती हमारे विधायक और सांसद के लिए भला बुरा कहते है जबकि गौशाला पर ध्यान नही देते है। इसके साथ ही भाजपा नेता मदन गुर्जर ने प्रशासन से पूरे मामले की जांच की मांग की।
जैसे ही कांग्रेस नेता तरूण बाहेती के खिलाफ गौशाला का यह मुद्दा उठा। तमाम विरोधियों के बीच जुबानी जंग शुरु हो गई। भाजपा तो भाजपा कांग्रेस के लोग भी मिडिया की खबरों के आधार पर राजनीति करने लगे। कोई इसे राजनीति से जुड़ा हो मान रहा था तो कोई भ्रष्टाचार के आरोप लगाता हुआ नजर आ रहा था।
चूंकि यह पूरा मामला राजनीति से जुड़ा हुआ मानकर आनन-फानन में प्रशासनिक अधिकारी भी हरकत में आए और तुंरत टीम का गठन कर जीरन महावीर गौशाला रवाना किया। जहां सभी अधिकारियों ने अपनी और से जिला कलेक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत की।
जीरन तहसीलदार यशपाल मुजालदे के मुताबिक मौके पर गायों के लिए पर्याप्त आहार, टीन शेड और पानी सहित तमाम व्यवस्थाएं पाई गई लेकिन गौशाला में किचड़ को लेकर आपत्ती जताकर सुधार के निर्देश दिए गए।
इस मामले में जिला प्रशासन ने जिला उपसंचालक के नेतृत्व में पांच पशु चिकित्सकों का एक दल भी रवाना किया गया। जिसमें उपसंचालक डाॅ राजेश पाटीदार, सर्जन डाॅ ए आर धाकड़, डाॅ संदीप शर्मा और क्षेत्राधिकारी पशु चिकित्सक संदीप जैन भी शामिल हुए। जिनकी रिपोर्ट में सभी 800 गौवंशो की स्थिति सही पाई गई। गौशाला में पर्याप्त आहार, चारा – पानी सहित उपयोगी वस्तुंए पाई गई साथ ही किचड़ होने के चलते लाल मुर्रम डालने के निर्देश दिए गए। अधिकारीयों ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि लगातार 6 दिन की बारिश से कीचड़ फैला हुआ था। वहीं आर्थिक मामलों में पाया गया की
गौशाला का सारा लेनदेन ऑनलाइन होता हैं जिसका रिकार्ड बैंक एवं प्रशासन के पास रहता हैं एवं हिसाब का ऑडिट नीमच की सबसे प्रतिष्ठित सीए फर्म डी मित्तल एवं कंपनी से होकर जिला प्रशासन को जमा होता हैं जों इस अंतिम वित्तीय वर्ष का जमा भी हो चूका था। जों आरोप लगाए गए उनसे बाहेती का कोई लेना देना ही नहीं था।
अधिकारियो ने अपनी रिपोर्ट में बताया की दो दिन में चार बुजुर्ग एवं बीमार गाय मृत हुई थी जों मृत पशु वाहन नहीं आने से नहीं उठाई जा सकी थी। उसके बाद जिला प्रशासन के जनसंपर्क कार्यालय ने भी अपनी और से प्रेसनोेट जारी किया और भाजपा नेता के दावों को खारिज कर दिया।
जब इस पूरे मामले में जब कांग्रेस नेता तरूण बाहेती से बातचीत कि गई तो उनका कहना था कि वह गौशाला में गौसेवा आज से नही बल्कि 25 सालो से कर रहे है और निस्वार्थ अध्यक्ष है। गौशाला में 800 गायों के लिए पर्याप्त साधन -संसाधन उपलब्ध है। प्रशासन निसंकोच जांच करे हम सहयोग भी करेगें। इसके साथ ही इस मामले को राजनीति से जुड़ा हुआ बताया। उन्होने कहा कि में जनहित की आवाज उठाता हूं। विधायक – सांसदों के खिलाफ बोलता हूं, जरूरत पड़ी तो आगे भी बोलूंगा। इन छद्म आरोपो से डरना वाला नही हूं। मेरे खिलाफ जो भाजपा गौशाला के मुद्दे को परमाणु बम समझ रही है असल में वह फुस्सी बम है। प्रशासन की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है।