भोपाल में एएसआई पवन रघुवंशी को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। इस मामले में बीजेपी पार्षद अंशुल उर्फ मोना जैन बिचौलिया था, जिसने पुलिस और मुईन खान के बीच सौदेबाजी की। मोना ने मुईन को बचाने के लिए थाना प्रभारी से 25 लाख रुपये में सौदा किया था। पवन पहले ही लाइन अटैच हो चुका था, इसके बावजूद उसने रिश्वत की रकम ली। पुलिस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया, जबकि एएसआई मनोज और प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र फरार हैं।
इसके साथ ही, मुईन खान को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम टीकमगढ़ भी गई, लेकिन वह फरार हो गया। निलंबित थाना प्रभारी जितेंद्र गढ़वाल का कहना है कि पवन ने उन्हें बदले की नीयत से फंसाया। पुलिस ने अफजल खान को भी गिरफ्तार किया, जो एक ठगी कॉल सेंटर का संचालक था। पुलिस जांच में अफजल के खाते से करोड़ों का लेन-देन और ठगी में शामिल 26 युवक-युवतियों की संलिप्तता सामने आई है। अफजल और उसकी बेटी पर एफआईआर दर्ज की गई और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।