उज्जैन : महाकाल मंदिर के गर्भगृह में सोमवार दोपहर को एक बड़ी घटना घटी जब अरबपति व्यवसायी बाबा नीलकंठ कल्याणी और उनकी पत्नी ने बिना अनुमति के प्रवेश किया। दोनों ने करीब 10 मिनट तक गर्भगृह में पूजा अर्चना की, जबकि महाकाल मंदिर में डेढ़ साल से श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगी हुई है। केवल पंडित, पुजारी, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अतिविशिष्ट व्यक्तियों को ही अनुमति मिलती है। इस घटना के बाद मंदिर प्रशासन में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू की, लेकिन महाकाल मंदिर के प्रशासक ने कहा कि उन्हें अनुमति प्राप्त थी। यह मामला अधिकारियों के लिए एक चुनौती बन गया है और जांच जारी है।